Thursday, September 24, 2020

ज़िन्दगी

कुछ दबी हुई ख़्वाहिशें हैं
कुछ मंद मंद मुस्कुराहटें

कुछ खोए हुए सपने हैं 
कुछ अनसुनी आहटें

कुछ दर्द भरे लम्हे हैं
कुछ सुकून भरे लम्हात

कुछ थमें हुए तूफ़ाँ हैं
कुछ मद्धम सी बरसात

कुछ अनकहे अल्फ़ाज़ हैं
कुछ नासमझ इशारे

कुछ ऐसे मंझधार हैं
जिनके मिलते नहीं किनारे

कुछ उलझनें है राहों में
कुछ कोशिशें बेहिसाब

बस इसी का नाम ज़िन्दगी है
चलते रहिये जनाब.....!
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