मैं कक्षा 6 में पढ़ने गया पहला दिन मेरे पास वाली सीट पर एक लड़की बैठी थीं। उस दिन उनको मैंने पहली बार देखा फिर हमारी बातचीत होने लगी हम मित्र बन गये मैं अपने क्लास का मानिटर बना और वो डिप्टी मानिटर। तीन साल बाद जब मैंने हाई स्कूल में एडमिशन लिया और अगले दिन स्कूल गया तो फिर अपने पास की सीट पर उनको पाया। मेरा मन खुश हो गया क्योंकि उस स्कूल में मेरा कोई मित्र नहीं था। लेकिन यहाँ पर भी हमारी मित्रता ज्यादा दिन तक नहीं चली इलाके के एक दबंग व्यक्ति का लड़का भी उस स्कूल में पढ़ता था उसनें मुझसे कहा कि मैं उनसे प्यार करता हूँ इसलिए आज के बाद उनसे तुम मत बोलना , चूंकि मैं वहां नया था इसलिए मैं कुछ नहीं बोला। दो वर्ष बाद जब दसवीं का का रिजल्ट आया तो पूरे कालेज में उनको पहला और मुझे दूसरा स्थान प्राप्त हुआ तब कॉलेज की ओर से हमें टैब मिला तब उनसे उस समारोह में पुनः मिलना हुआ उनहों नें मेरा फोन नंबर लिया । उस दिन हमने खूब बातें की वो मेरे कालेज से बहुत दूर शहर के एक विद्यालय में पढ़ रहीं थीं । उसके लगभग तीन माह बाद मेरे वाट्सअप पर उनका मैसेज आया। फिर हमारी मित्रता बढ़ती गयी इसी बीच मैं कब से उनको प्यार करनें लगा मुझे पता ही नहीं चला। हम लगभग दो वर्ष से एक दूसरे से बात कर रहे हैं। लेकिन मैं आज तक अपने प्यार का इजहार उनसे नहीं कर पाया। मैं डरता हूँ कि कहीं वो मेरे से नाराज न हो जाएँ । आप सबको जरूर ये किसी फिल्म की स्क्रिप्ट लगी होगी लेकिन ये सत्य है । मैं अपने प्यार का इजहार कैसे करूँ समझ में नहीं आता । please आप सब सुझाव जरूर दें
No comments:
Post a Comment